अगर दस बार तुमने मन लगाया भगवान् में और एक बार लगा , खीजो मत बन गई बात । आज दस बार में एक बार लगा है , कल नौ बार में लगेगा , फिर आठ बार में लगेगा , फिर हर बार लगने लगेगा । अरे ! जिस गोबर गणेश संसार में चप्पल जूते मिल रहे है , वहाँ तो लगा लेते हो और जहाँ आनन्द ही आनन्द है , कृपा ही कृपा है , वहाँ क्यों नहीं लगेगा , लगाओ थोड़ा परिश्रम करो!
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