गुरुः मेरो कृपालु गुरुः मेरो कृपालु
गुरुः मेरो कृपालु गुरुःमेरो कृपालु
1 - गुरुः के ही वचन प़तीति भ इ मेरे
तिनि युग चरनन प़िति भ इ मेरे
पदरज सोँ नहालु करि आरती रिझालु
गुरुःमेरो कृपालु गुरुःमेरो कृपालु
2 - वारि वारि जाऊँ स्वामी आग्या को पाइके
करु पुनि सेवा निज तन मन लाईके
वाकि रुचि आपुनालु वाकि शरण मैं पालु
गुरुः कृपालु गुरुःमेरो कृपालु
3 - प़ात काल लाल को ऊठाऊँ कछु गाईके
करु सिँगार माथे चन्दन् लगाइ कै
लैके गोद दुलारु पै पान करालु
गुरुः मेरो कृपालु गुरुःमेरो कृपालु
4 - अरपन करि तन मन धन सरवस
रीझवहु कैसे हुँ पिय मन वरवस
गर हार वनालु हिय आसन विठालु
गुरुःमेरो कृपालु गुरुःमेरो कृपालु
मैतो घढि घढि गाऊँ गुरुः मेरो कृपालु.......
मैतो वारि वारि जाऊँ गुरुःमेरो कृपालु........
मैतो गलि गलि गाऊँ गुरुः मेरो कृपालु........
मैंतो वावरि मेँ नाचु गुरुःमेरो कृपालु.........
मैतो काहू को ना देखुँ गुरुः मेरो कृपालु........
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