Do watch this Beautiful Pad Sankirtan written by *Shri Maharaj Ji*!



*सरस किशोरी, वयस की थोरी, रति रस बोरी, कीजै कृपा की कोर।*


_हे प्रेमरस से युक्त किशोरी जी!_

_हे किशोर अवस्था वाली राधिके!_

_हे प्रेमरस में सराबोर वृषभानुदुलारी!_ 

_मेरे ऊपर भी कृपा दृष्टि करो।_


Do watch this Beautiful Pad Sankirtan written by *Shri Maharaj Ji*! 


सरस किशोरी, वयस की थोरी, रति रस बोरी, कीजै कृपा की कोर।


हे प्रेमरस से युक्त किशोरी जी!

हे किशोर अवस्था वाली राधिके!

हे प्रेमरस में सराबोर वृषभानुदुलारी! 

मेरे ऊपर भी कृपा दृष्टि करो।


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