एक साधक का प्रश्न - हम राधा उपासक हैं , कृष्ण उपासक हैं और मंदिरों में भी जाते हैं, वहाँ भी माथा टेकते हैं, दर्शन करते हैं उनके प्रति क्या भावना, क्या प्रार्थना होनी चाहिये?
श्री महाराजजी द्वारा दिया गया उत्तर - उनके प्रति ये भावना होनी चाहिये कि ये भी हमारे राधा कृष्ण के ही उपासक हैं। ये हमारे राधा कृष्ण के ही जन हैं। जैसे ब्रह्मा हैं, विष्णु हैं, शंकर हैं, हनुमान हैं, जितने भी महापुरुष हैं ये सब राधाकृष्ण के ही जन हैं। इस भावना से प्रणाम करना चाहिये।
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